आज के दौर में किसी भी नागरिक की पहचान से संबंधित सबसे अहम दस्तावेजों में एक जन्म प्रमाण पत्र है। यह न केवल पहचान और नागरिकता को प्रमाणित करता है, बल्कि स्कूल एडमिशन, पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, सरकारी योजनाओं में आवेदन और यहां तक कि भविष्य की सरकारी नौकरियों के लिए भी अनिवार्य हो गया है। पहले जहां इसे बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ते थे, वहीं अब यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन हो गई है, जिससे आम नागरिक को बहुत राहत मिली है।
जन्म प्रमाण पत्र के लिए कब करें आवेदन?
सरकार द्वारा निर्धारित नियम के अनुसार, किसी भी नवजात बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बच्चे के जन्म के 21 दिनों के अंदर बनवाना आवश्यक होता है। यदि यह तय समय सीमा में नहीं बनवाया जाता है, तो बाद में न केवल प्रक्रिया जटिल हो जाती है, बल्कि इसके लिए अतिरिक्त दस्तावेज और वैरिफिकेशन की भी जरूरत पड़ सकती है। इसलिए, सभी अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद इसका ऑनलाइन आवेदन कर लें।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
भारत सरकार द्वारा बर्थ और डेथ रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई है। हर राज्य के लिए संबंधित विभाग की एक आधिकारिक वेबसाइट होती है, जहां जाकर जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जा सकता है। आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है, जिसे कोई भी सामान्य व्यक्ति अपने मोबाइल या कंप्यूटर की मदद से पूरा कर सकता है।
आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज
जन्म प्रमाण पत्र का ऑनलाइन आवेदन करने से पहले नीचे दिए गए दस्तावेजों को तैयार रखें:
- बच्चे के जन्म से संबंधित अस्पताल द्वारा जारी प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- पते का प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल आदि)
- शपथ पत्र (अगर बच्चे का जन्म घर पर हुआ है)
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
आवेदन कैसे करें?
- अपने राज्य के नगर निगम या नगर परिषद की बर्थ एंड डेथ रजिस्ट्रेशन वेबसाइट पर जाएं
- “जन्म प्रमाण पत्र” सेक्शन पर क्लिक करें
- “नया आवेदन” या “New Registration” विकल्प चुनें
- आवश्यक विवरण जैसे – बच्चे का नाम, जन्म तिथि, जन्म स्थान, माता-पिता का नाम, पता आदि भरें
- दस्तावेज़ अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें
- आवेदन की स्थिति ट्रैक करने के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर सुरक्षित रखें
- वेरिफिकेशन के बाद प्रमाण पत्र डाउनलोड किया जा सकता है या डाक से घर पर भी प्राप्त हो सकता है
सरकारी अस्पताल से जन्म होने की स्थिति
यदि बच्चे का जन्म किसी सरकारी अस्पताल में होता है, तो आमतौर पर अस्पताल द्वारा ही जन्म प्रमाण पत्र का रजिस्ट्रेशन कर दिया जाता है। ऐसे मामलों में अभिभावकों को केवल आवश्यक जानकारी अस्पताल को सही-सही देनी होती है। यदि उसमें कोई त्रुटि हो जाती है, तो सुधार के लिए संबंधित विभाग में आवेदन करना पड़ता है।
CRS ऐप के माध्यम से आवेदन
भारत सरकार द्वारा CRS (Civil Registration System) मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है जिसके माध्यम से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जा सकता है। यह ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और उपयोगकर्ता इसे डाउनलोड कर फॉर्म भर सकते हैं।
जन्म प्रमाण पत्र के उपयोग
- स्कूल एडमिशन में
- पासपोर्ट बनवाने में
- आधार कार्ड अपडेट/बनवाने में
- सरकारी योजनाओं में आवेदन हेतु
- पेंशन या बीमा योजना में
- पहचान प्रमाण पत्र के रूप में
- कोर्ट-कचहरी में आयु प्रमाण के रूप में
निष्कर्ष
अब समय आ गया है कि सभी नागरिक समय पर अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाएं, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की सरकारी या निजी सुविधा लेने में किसी भी बाधा का सामना न करना पड़े। सरकार द्वारा ऑनलाइन सुविधा की शुरुआत से यह प्रक्रिया अत्यंत आसान और सुलभ हो गई है। आप अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या CRS ऐप के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
अगर आप भी अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं, तो आज ही आवेदन करें और इस महत्वपूर्ण दस्तावेज को समय रहते प्राप्त करें।