भारत सरकार द्वारा जारी किया गया आधार कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र है। यह दस्तावेज़ विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी कार्यों में आवश्यक होता है। कई बार आधार कार्ड में नाम, मोबाइल नंबर या पते में त्रुटियाँ हो जाती हैं, जिन्हें सही करवाना जरूरी होता है। ऐसे में यह जानना आवश्यक है कि आधार कार्ड में कितनी बार और किन शर्तों के तहत बदलाव किया जा सकता है।
आधार कार्ड में मोबाइल नंबर बदलने के नियम
आधार कार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस पर OTP प्राप्त होता है, जिसका उपयोग विभिन्न सरकारी और बैंकिंग सेवाओं के लिए किया जाता है। यदि आपका पुराना मोबाइल नंबर बंद हो गया है या गलती से कोई गलत नंबर लिंक हो गया है, तो आप इसे बदल सकते हैं।
- आधार कार्ड में मोबाइल नंबर को असीमित बार बदला जा सकता है।
- नया मोबाइल नंबर वही होना चाहिए जिसकी SIM आपके पास उपयोग में हो।
- मोबाइल नंबर बदलने के लिए आधार कार्ड धारक को आधार सेंटर पर जाना होगा, क्योंकि यह प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं की जा सकती।
आधार कार्ड में नाम बदलने के नियम
कई बार आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग गलत हो जाती है या शादी के बाद महिलाएं अपना नाम बदलवाना चाहती हैं। ऐसे में नाम सुधारने के लिए निम्न नियम लागू होते हैं:
- आधार कार्ड में नाम को पूरे जीवन में केवल दो बार ही बदला जा सकता है।
- नाम बदलने के लिए पहचान पत्र (जैसे पैन कार्ड, पासपोर्ट या राशन कार्ड) की आवश्यकता होती है।
- यदि नाम में बड़ा बदलाव करना है (जैसे पूरा नाम बदलना), तो अतिरिक्त दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है।
आधार कार्ड में जन्मतिथि सुधारने के नियम
आधार कार्ड में जन्मतिथि एक बार रजिस्टर हो जाने के बाद इसे बदलना मुश्किल होता है। इसके लिए सरकार ने सख्त नियम बनाए हैं:
- जन्मतिथि को जीवन में केवल एक बार ही सुधारा जा सकता है।
- जन्मतिथि बदलने के लिए मूल जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज जरूरी हैं।
- यदि जन्मतिथि में गलती है, तो जल्द से जल्द इसे सही करवा लेना चाहिए, क्योंकि बाद में इसे बदलना मुश्किल हो जाता है।
आधार कार्ड में पता बदलने के नियम
यदि आप अपना घर बदलते हैं या किसी दूसरे शहर में शिफ्ट होते हैं, तो आधार कार्ड में नया पता अपडेट करवाना जरूरी होता है। इसके लिए निम्न नियम हैं:
- आधार कार्ड में पते को कितनी भी बार बदला जा सकता है।
- नया पता अपडेट करने के लिए पते का प्रमाण (बिजली बिल, रेंट एग्रीमेंट, बैंक पासबुक आदि) देना होगा।
- पता बदलने की प्रक्रिया ऑनलाइन (UIDAI की वेबसाइट के माध्यम से) या ऑफलाइन (आधार सेंटर पर जाकर) की जा सकती है।
निष्कर्ष
आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, इसलिए इसमें कोई भी गलती होने पर तुरंत सुधार करवाना चाहिए। मोबाइल नंबर को कभी भी बदला जा सकता है, लेकिन नाम और जन्मतिथि में सीमित संशोधन की अनुमति है। पते को बार-बार बदला जा सकता है, लेकिन इसके लिए पते का प्रमाण देना अनिवार्य है। यदि आधार कार्ड में कोई भी बदलाव करना हो, तो UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी आधार सेंटर से संपर्क करें।